आपको फुरसत नहीं मिलती की पलट कर देखे!
हम ही दीवाने बने रहते है!!

हर वक्त का हंसना तुझे बरबाद ना कर दे !
तनहाई के इन लम्हों में कभी रो लिया कर !!

शायद अब लौट ना पाऊं कभी खुशियों की बाजार में!
गम ने ऊंची बोली लगाकर खरीद लिया है मुझे !

की पता नही उन्हें हमसे मोहब्बत थी भी या नही!
एक हम है की अभी तक दिल में बसा रखा है!
और वो मुझे चाहती है, ये मुझे तक नहीं पता,
की मैं उस पे मरता हु सब को बता रखा है।

अगर मुझे वो छोड़ कर खुश है!
तो शिकायत कैसी!
और अब मैं उसे खुश भी ना देखू!
तो मेरी मोहब्बत कैसी!!

अपनी कहानी पूरी नही हुई तो क्या!
मशहूर बहोत होगी!
मैं नजर नहीं आऊंगा!
तुम छुपा नही पाओगी!!🥺

बताने की बात तो नही है!
पर बताने दोगी क्या!
इश्क बेपनाह है तुमसे!
एक बार जताने दोगी क्या!!🥺🥺

मैं मर जाऊ तुझे खबर तक न मिले!
तू ढूंढे मुझे पागलों की तरह!
पर तुझे मेरी कबर तक न मिले!!